Ganesh Pooja : इस तरह करें विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा, पूरी होगी सभी मनोकामना

Ganesh Pooja


Ganesh Pooja : हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) में हर कार्य को आरंभ करने से पहले गणेश जी की पूजा-अर्चना (Ganesh Pooja) का विधान है इसलिए गणेश जी को प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। जिस कार्य का आरंभ गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) के साथ किया जाता है, वह कार्य बिना किसी विघ्न बाधा के पूर्ण हो जाता है। पौराणिक ग्रंथों में भगवान गणेश (Lord Ganesh) के प्रथम पूज्य होने को लेकर अलग-अलग कारण बताये गये हैं, लेकिन सभी ग्रंथों ने उन्हें सबसे पहले पूज्य देवता के रूप परिभाषित किया है। 


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बुद्धि के देवता हैं भगवान गणेश 

जब हम किसी भी नये काम की शुरूआत करने को होते है तो हमें उस काम के शुभारंभ से पहले हमें बेहतर योजना, दूरदर्शी फैसले और कुशल नेतृत्व की आवश्यकता होती है। हर काम की शुरुआत के पहले बुद्धि का उपयोग आवश्यक है। भगवान गणेश (Lord Ganesh) बुद्धि के देवता हैं इसलिए गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) करने से हमें उस कार्य को करने की सही दिशा मिलती है। उस कार्य को पूर्ण करने की बुद्धि देने वाले भगवान गणेश जी (Lord Ganesh) ही हैं। 

आज के लेख में हम जानेंगे कि किस तरह घर में गणेश जी की पूजा-पाठ (Ganesh Pooja) की जाये। किस तरह गणेश जी का व्रत (Ganesh Pooja Fast) करें व गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) के दौरान किन उपायों को करें जिससे हमारे सारे काम निर्वघ्न दूर हो जायेंगे। 


ऐसे करें गणेश जी की पूजा 

(Aise Kare Ganesh Ji ki Pooja)

सबसे पहले स्नान करने के बाद घर के मंदिर में पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके बैठ जाये और गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) प्रारंभ करें। भगवान गणेश जी (Lord Ganesh) को पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि चढ़ाएं। तत्पश्चात गणेश जी को सूखा सिंदूर का तिलक लगाएं। इसके उपरांत भगवान गणेश जी की आरती (Lord Ganesh Aarti) करें और गणेश मंत्र 'ऊँ गं गणपते नमः' का जाप करें। यह गणेश जी का चमत्कारी मंत्र है। इस मंत्र को जपने से जीवन में आ रही सभी बाधाएं और परेशानियां दूर हो जाती है। 


गणेश जी को जरूर चढ़ाएं दुर्वा 

हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) में जितने भी देवी-देवता है उन्हें कोई न कोई ऐसी वस्तु जरूर होती है जो बेहद प्रिय होती है। ऐसी वस्तु जिसका प्रयोग उनकी पूजा में अवश्य किया जाता है। भगवान गणेश को दूर्वा या दूब घास (Lord Ganesh like durva) बेहद प्रिय होती है और उनकी पूजा में दुर्वा अर्पित करना बेहद जरूरी माना गया है। 


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गणेश जी को कैसे चढ़ाएं दूर्वा (Kaise chadiye durva)

गणेश जी (Lord Ganesh) को दूर्वा चढ़ाने का भी एक खास तरीका है। दूर्वा का जोड़ा बनाकर गणेश जी (Lord Ganesh) को चढ़ाया जाता है। 22 दूर्वा को एक साथ जोड़ने पर दूर्वा के 11 जोड़े तैयार हो जाते हैं। इन 11 जोड़ों को भगवान गणेश जी को चढ़ाने पर भगवान गणेश (Lord Ganesh) अत्यंत प्रसन्न होते है और व्यक्ति की मनचाही इच्छा की पूर्ति होती है। 


गणेश जी को साफ-सुथरी दुर्वा ही चढ़ानी चाहिए। हर जगह की दूर्वा का उपयोग गणेश जी की पूजा (Lord Ganesh Pooja) में नहीं करनी चाहिए। गणेश जी की पूजा (Lord Ganesh Pooja) के लिए किसी मंदिर के बगीचे में उगी हुई या किसी साफ जगह पर उगी हुई दूर्वा का ही उपयोग करना चाहिए। गणेश जी को दूर्वा चढ़ाने से पहले साफ पानी से इसे धो लेना चाहिए। तत्पश्चात उसे गणेश जी (Lord Ganesh) को अर्पित करना चाहिए। भूलकर भी जिस जगह गंदा पानी बहकर आता हो, वहां की दूर्वा नहीं लेना चाहिए। 


गणेश जी की कैसी मूर्ति की करे पूजा 

(Lord Ganesh Murti Pooja)

गणेश जी की दो प्रकार की मूर्तियां (Lord Ganesh Murti) होती है। एक जिसमें गणेश जी की सूंड दाई दिशा की ओर घूम रही हो और दूसरी बाई दिशा की ओर घूम रही है। दाईं दिशा की ओर सूंड वाले गणेश जी को हठी स्वभाव का माना जाता है। गणेश जी की ऐसी प्रतिमा को घरों और ऑफिस में स्थापित नहीं किया जाता है। ऐसी प्रतिमा को मंदिरों में स्थापित किया जाता है। आमतौर पर दाएं हाथ की सूंड वाले गणेश जी को तंत्र विधि से पूजा जाता है। दक्षिण दिशा में यमलोक है, जहां पाप-पुण्य दोनों का हिसाब रखा जाता है, इसलिए ऐसी प्रतिमा को अप्रिय माना जाता है। 


बाएं हाथ की ओर सूंड वाली मूर्ति 

आपको अपने घर-ऑफिस में सिंहासन पर बैठे हुए गणेश जी की बाएं हाथ की ओर सूंड वाली प्रतिमा को स्थापित करना चाहिए। गणेश जी की ऐसी प्रतिमा की पूजा से घर में सुख-शांति व समृद्धि आती है। इससे शिक्षा, धन प्राप्ति, व्यवसाय, उन्नति, संतान सुख, विवाह, सृजन कार्य और पारिवारिक में खुशहाली प्राप्त होती है। 


कैसे करे गणेश जी का व्रत 

(Kaise kare Ganesh ji ka vrat)

गणेश जी का प्रिय दिन बुधवार होता है इसलिए इस दिन गणेश जी का व्रत (Lord Ganesh Fast) रखना अत्यंत श्रेयस्कर होता है। गणेश जी के व्रत (Lord Ganesh Fast) को आप किसी भी शुक्ल पक्ष के प्रथम बुधवार से शुरू कर सकते हैं। 

पुराणों में ऐसी मान्यता है कि किसी भी साधक को व्रत की शुरुआत से लेकर अगले 7 बुधवार तक लगातार गणेश जी के व्रत (Lord Ganesh Fast) रखने चाहिए। गणेश जी के व्रत (Lord Ganesh Fast) से साधक के जीवन में सुख, शांति और यश की बढ़ोत्तरी होती है। साथ ही गणपति जी की कृपा से साधक के घर में अन्न भंडार और धन की कभी कमी नहीं होती है। गणपति जी के व्रत के दौरान गणेश जी की कथा अवश्य करनी चाहिए। 


व्रत रखते समय इन चीजों का रखे ध्यान

बुधवार का व्रत (Wednesday Fast) करते समय साधक को कुछ विशेष चीजों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए। बुधवार व्रत (Wednesday Fast) करने वाले साधक को नमक नहीं खाना चाहिए। बुधवार के व्रत (Wednesday Fast) में गणेश जी को गुड़ और घी का भोग अवश्य लगाएं और इस भोग को गाय को खिला दे। अगर आप बुधवार को गाय को हरा पालक खिलाते है तो गणेश जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसी मान्यता है कि बुधवार को गणेश जी का व्रत करने से कुंडली से बुध के सभी अशुभ प्रभाव दूर हो जाते हैं।


भगवान गणेश को इन चीजों का लगाये भोग 

गणेश जी (Lord Ganesh) को मोदक (Modak) अत्यंत प्रिय है। गणपति जी को भले ही छप्पन व्यंजन का भोग लगा दिया जाए लेकिन बिना मोदक (Without Modak) के वह प्रसन्न नहीं होते हैं। यही वजह है कि गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) में मोदक का भोग अर्पित किया जाता है। मोदक के अलावा गणेश जी (Lord Ganesh) को मोतीचूर के लड्डू, शुद्ध घी से बने बेसन के लड्डू, नारियल, तिल और सूजी के लड्डू भी उनको अर्पित कर सकते हैं। 

भूलकर भी गणेश जी को न चढ़ाए ये वस्तुएं

भगवान गणेश जी (Lord Ganesh) को कभी भी सूखे और बासी फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। किसी भी पूजा में सूखे फूल चढ़ाना अशुभ माना जाता है और पुराणों में ऐसी मान्यता है कि सूखे फूल चढ़ाने से घर में दरिद्रता आती है। 


भगवान गणेश जी (Lord Ganesh) को कभी भी तुलसी नहीं अर्पित करनी चाहिए। गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) में तुलसी चढ़ाना निषेध होता है। 


गणेश पूजा में रखे इन चीजों का ध्यान

  • भगवान गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) करते समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। भगवान गणेश की पूजा (Ganesh Pooja) करते समय काले वस्त्र भूलकर भी न पहनें। इनकी पूजा में लाल या सफेद रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।


  • अपने घर के मंदिर में कभी भी गणेश जी की तीन प्रतिमाएं नहीं रखना चाहिए। जब भी गणेश जी की नई प्रतिमा लाये तो पुरानी प्रतिमा को नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए।


  • भगवान गणेश जी की प्रतिमा (Lord Ganesh Murti) को कभी भी अंधेरे में नहीं रखना चाहिए। अंधेरे में गणेश जी (Lord Ganesh) के दर्शन शुभ नहीं होते हैं।


  • कभी भी गणेश जी की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए। ऐसी मान्यता है कि गणेश जी की पीठ के पीछे दरिद्रता निवास करती है। अगर आप अपने घर के दरवाजे पर गणेश जी की तस्वीर लगाते है तो उसके ठीक पीछे उसकी वैसी ही तस्वीर लगा देना चाहिए जिससे उसका दुष्प्रभाव दूर हो जाये। 


भगवान गणेश के चमत्कारिक उपाय 

भगवान गणेश जी को सिंदूर अत्यंत प्रिय है। भगवान गणेश (Lord Ganesh) को लाल सिंदूर लगाएं। गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर सिंदूर का तिलक (Sindoor Tilak) लगाएं। इससे गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है। आर्थिक क्षेत्र में आने वाली परेशानी दूर होती है और किसी भी कार्य में आने वाने विघ्न को विघ्नहर्ता गणेश जी दूर करते हैं। 

  • गणेश जी को सिंदूर चढ़ाते समय 'सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्। शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम॥ ओम गं गणपतये नमः' मंत्र का उच्चारण अवश्य करे। 


  • शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। अगर कोई साधक शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करता है तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है।


  • अगर आपको गणेश जी को अपनी ताकत बनाना है तो लाल गुड़हल का फूल उनके सिर पर चढ़ाएं और सूखने पर उसे पर्स में रख लें। ऐसा करने से गणेश जी आपकी हर कार्य में मदद करेंगे व हर कार्य निर्विघ्न हो जायेगा। 


  • हल्दी पर उकेरी गई गणेश जी की मूर्ति ज्यादा शुभ और मंगलकारी होती है। इस रूप में गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। हल्दी गणेश की स्थापना से आपको गणेश जी के साथ-साथ बृहस्पति देव का भी आशीर्वाद मिलता है।

भगवान गणेश समृद्धि, सौभाग्य और ज्ञान से जुड़े हैं। भगवान गणेश (Lord Ganesh) आपके जीवन में बाधाओं को दूर करने वाले देवता हैं। गजानन की पूजा (Ganesh Pooja) करने से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि होती है। अगर कोई साधक नियमित रूप से गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) करता है तो भगवान गणेश की कृपा से घर में सुख-समृद्धि आती है और भगवान गणेश की पूजा करने वाले साधक को जीवन में सफलता मिलती है। भगवान गणेश की पूजा (Lord Ganesh Pooja) करने से जीवन में आ रही सभी दिक्कतें और विपत्तियां भी दूर हो जाती हैं।


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