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Laxmi Mata Upay : इन उपायों को करने से माता लक्ष्मी होगी प्रसन्न, होगी धन की बारिश

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आज के समय में हर व्यक्ति यह चाहता है कि वह धनवान हो, उसको आर्थिक तंगी न हो। उसके ऊपर अपार धन की वर्षा हो। उसके लिए वह दिन रात कड़ी मेहनत भी करता है लेकिन लाख प्रयासों के बाद भी उसको अपेक्षित रिजल्ट नहीं मिल पाता है। आज के लेख में हम आपको उन उपायों को बताएंगे जिनको करने से मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) का आर्शीवाद आपको प्राप्त होगा। दरिद्रता दूर होगी व धन की वर्षा होगी। इसके अलावा हम उन गलतियों के विषय में भी बताएंगे जिनके चलते आपके ऊपर आर्थिक संकट चलता रहता है।  यह भी पढ़े-   पूजा के बाद क्यों की जाती है आरती इन उपायों को करने से होगी मां लक्ष्मी की कृपा In upayo ko karne se hogi Mata Laxmi ki kripa रोज ब्रहम मुहूर्त में उठ कर नियम से घर में साफ-सफाई करें क्योंकि अशुद्ध घर में माता लक्ष्मी (Mata Laxmi) नहीं आती है। स्नान करने के बाद नियम से रोज पूजा पाठ करें क्योकि पूजा पाठ करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।  किसी जरूरतमंद को खाना दान करें। कुत्ते, गाय को रोज नियम से रोटी खिलाये। बुधवार को माँ लक्ष्मी के किसी भी मंत्र का कमलगट्टे की माला से 108 बार जाप करें। ऐसा...

Aarti ke Niyam : पूजा के बाद क्यों की जाती है आरती, जानिए इसके पीछे का बड़ा कारण

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Aarti ke Niyam : हिन्दू धर्म (Hindu dharm) में देवी-देवताओं की पूजा के पश्चात आरती (Aarti) की जाती है। कोई भी पूजा या धार्मिक अनुष्ठान बिना आरती के पूरा नहीं माना जाता है। चाहे मंदिर हो या घर सभी जगह नियम से आरती की जाती है। ऐसा माना जाता है कि आरती करने के बाद ही कोई भी पूजा संपन्न होती है और उस पूजा का पर्याप्त फल प्राप्त होता है। आज के लेख में हम जानेंगे कि आरती कैसे की जाये, आरती के प्रकार और आरती करने के नियम के बारे में विस्तार से जानेंगे। यह भी पढ़े-  पूजा करते समय अपनाये यह नियम आरती क्या है (Aarti Kya hain) आरती के महत्व को सर्वप्रथम ‘‘स्कन्द पुराण’’ (Skand Puran) में बताया गया है। स्कंद पुराण के अनुसार (According to Skand Puran) यदि कोई व्यक्ति मंत्र नहीं जानता, पूजा की संपूर्ण विधि नहीं जानता, लेकिन भगवान की हो रही आरती में श्रद्धा पूर्वक शामिल होता है तो उसकी पूजा स्वीकार हो जाती है। सामान्यतः आरती के दीपक (Aarti ke deepak) में रूई की बत्ती बनाकर अपने इष्ट देव के सामने घुमाया जाता है। यह दीपक तेल या देशी घी का होना चाहिए। कुछ लोग कपूर की भी आरती करते हैं। आरती के साथ सं...

Hanumaan Ji Pooja : इन नियमों से करें हनुमान जी की पूजा, सारे संकट होंगे दूर

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हिन्दू धर्म में बजरंग बली की पूजा आराधना का बड़ा महत्व है। हनुमान जी सर्वशक्तिमान और सारे कष्ट दूर करने वाले देव है। हनुमान जी पूजा आराधना करने वाले जातक के सभी दुख दूर होते है और हनुमान जी की कृपा से जातक निरोगी हो जाता है और उसकी सारी मनोकामना पूर्ण होती है। आज के लेख में हम आपको बतायेंगे कि किस तरह हनुमान जी की आराधना करनी चाहिए जिससे घर में सुख-समृद्धि आये।   यह भी पढ़े-   इस तरह करे हनुमान जी की पूजा हनुमान कृपा पाने के लिए इन शर्तों का करें पालन हनुमान जी बलशाली और सबसे ताकतवर देव है। उनकी पूजा करने के लिए कुछ शर्तो का पालन करना पड़ता है। अगर आप इन शर्तो को मानकर उनकी पूजा करते है तो हनुमान जी की कृपा बरसती है और हनुमान जी का आर्शीवाद प्राप्त होता है।  हनुमान जी की पूजा करने के दौरान किसी पराई स्त्री पर बुरी नजर नहीं रखनी चाहिए। किसी का हक नहीं मारना चाहिए, किसी का दिल नहीं दुखना चाहिए। किसी भी अक्षम आदमी को अपशब्द नहीं बोलना चाहिए। हनुमान जी की पूजा करते समय हमेशा साफ-सुथरे वस्त्र पहनने चाहिए। झूठ बोलना, गन्दी बातें बोलना, गाली गलौज करना बंद कर देना चाहिए। अपने घ...

Hanuman Puja : इस तरह करे हनुमान जी की पूजा, मिलेगी बजरंग बली की विशेष कृपा

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Hanuman Puja: हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) शास़्त्रों में मंगलवार के दिन को हनुमान जी की पूजा (Lord Hanuman Pooja) का सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। इस दिन विधि-विधान से हनुमान जी (Lord Hanuman Puja) की पूजा-पाठ करने से व्यक्ति के जीवन के सारे संकट दूर हो जाते है। हनुमान जी (Lord Hanuman) को प्रसन्न करने के लिए कोई व्यक्ति हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) का पाठ करता है तो कोई सुंदर कांड (Sunder Kand) का पाठ। वहीं कुछ लोग हनुमान जी के विभिन्न मंत्रों का जाप करते है। हिन्दू धर्म ग्रन्थों में हनुमान जी की पूजा को सर्वश्रेष्ठ पूजा माना गया है। कुछ लोग मंगलवार का व्रत भी रखते है। मंगलवार का व्रत (Tuesday Fast) रखने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत हो जाता है और व्रत करने वाले साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। आज के लेख में हनुमान जी की पूजा-विधि (Lord Hanuman Puja Vidhi) , हनुमान चालीसा को करने के नियम (Hanuman Chalisa Niyam) और मंगलवार की पूजा से जुड़े उपायों के बारे में जानेंगे। यह भी पढ़े-   इस तरह करें वैभव लक्ष्मी व्रत किस तरह करें हनुमान जी की पूजा  राम भक्त हनुमान जी की पूजा...

Vaibhav lakshmi vrat : धन की देवी लक्ष्मी को समर्पित है वैभव लक्ष्मी व्रत, जाने व्रत से संबंधित सभी कुछ

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Vaibhav laxmi vrat : आज के समय हर कोई मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) का साथ चाहता है। जीवन में पैसों की कमी न हो इसके लिए लोग मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका?  जी हां, अगर आपसे मां लक्ष्मी रूठ गई हैं तो आप उन्हें वैभव लक्ष्मी व्रत (Vaibhav laxmi vrat) से मना सकते हैं। वैभव लक्ष्मी व्रत (Vaibhav laxmi vrat) को शुक्रवार (Friday) के दिन किया जाता है। शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी, मां दुर्गा (Mata Durga) व संतोषी माता (Santoshi Mata) का माना जाता है। मान्यता है कि शुक्रवार के दिन विधि-विधान से पूजा करने से मां लक्ष्मी (Mata Laxmi) का आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनका साथ हमेशा बना रहता है।  यह भी पढ़े-    ऐसे करें भगवान शिव की पूजा कब से शुरू करना चाहिए वैभव लक्ष्मी व्रत   वैभव लक्ष्मी का व्रत (Vaibhav laxmi vrat) शुक्रवार के दिन रखा जाता है। ऐसे में इस व्रत को शुक्रवार से शुरू करना चाहिए। इस दिन माता संतोषी की पूजा भी होती है लेकिन व्रतों का वि...

Shardiya Navratri 2022 : नवरात्रि में किस तरह करें देवी माता की आराधना, जाने पूजा विधि और सभी कुछ

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Shardiya Navratri 2022 :  हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) में नवरात्रि (Shardiya Navratri) के त्योहार का बड़ा महत्व है। इस बार शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2022) का त्योहार 26 सितंबर से प्रारम्भ होगा और इसका समापन 5 अक्टूबर को होगा। 3 अक्टूबर को अष्टमी तिथि होगी जबकि 4 अक्टूबर को नवमी तिथि मनाई जायेगी। नवरात्रि के दसवें दिन 5 अक्टूबर को मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। शारदीय नवरात्रि  (Shardiya Navratri 2022)  में इस बार मां दुर्गा (Mata Durga) इस बार हाथी पे सवार होकर आ रही है।  यह भी पढ़े-  इस तरह करें गणेश जी की पूजा शारदीय  नवरात्रि  (Shardiya Navratri 2022)  के नौ दिनों में मां के भक्त पूरे श्रद्धा भाव के साथ मां की आराधना, पूजा-पाठ, मंत्रों के साथ जाप करते है। ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से इन नौ दिनों तक माता की पूजा-पाठ व आराधना करता है। देवी मां उस पर प्रसन्न होकर उसके सारे दुख दूर कर देती है। नवरात्रि के त्योहार  (Shardiya Navratri 2022)  में घटस्थापना (कलश स्थापना) का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि में सबसे...

Ganesh Pooja : इस तरह करें विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा, पूरी होगी सभी मनोकामना

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Ganesh Pooja : हिन्दू धर्म (Hindu Dharm) में हर कार्य को आरंभ करने से पहले गणेश जी की पूजा-अर्चना (Ganesh Pooja) का विधान है इसलिए गणेश जी को प्रथम पूज्य भी कहा जाता है। जिस कार्य का आरंभ गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) के साथ किया जाता है, वह कार्य बिना किसी विघ्न बाधा के पूर्ण हो जाता है। पौराणिक ग्रंथों में भगवान गणेश (Lord Ganesh) के प्रथम पूज्य होने को लेकर अलग-अलग कारण बताये गये हैं, लेकिन सभी ग्रंथों ने उन्हें सबसे पहले पूज्य देवता के रूप परिभाषित किया है।  यह भी पढ़े-  पूजा करते समय अपनाये यह नियम बुद्धि के देवता हैं भगवान गणेश  जब हम किसी भी नये काम की शुरूआत करने को होते है तो हमें उस काम के शुभारंभ से पहले हमें बेहतर योजना, दूरदर्शी फैसले और कुशल नेतृत्व की आवश्यकता होती है। हर काम की शुरुआत के पहले बुद्धि का उपयोग आवश्यक है। भगवान गणेश (Lord Ganesh) बुद्धि के देवता हैं इसलिए गणेश जी की पूजा (Ganesh Pooja) करने से हमें उस कार्य को करने की सही दिशा मिलती है। उस कार्य को पूर्ण करने की बुद्धि देने वाले भगवान गणेश जी (Lord Ganesh) ही हैं।  आज के लेख म...